वीडियो जानकारी:शब्दयोग सत्संग२४ अगस्त, २०१७अद्वैत बोधस्थल, नॉएडाप्रसंग:जो खेल न लगे, उसे भी खेल जानिये?जीवन भी खेल है क्या ?जीवन में हासिल करने योग्य क्या है?जीवन में गंभीर इतना गंभीर क्यों?